Tuesday, February 18, 2020

भिक्षु में ये छः बातें होती हैं,

🌹गुरूजी--
जिस भिक्षु में ये छः बातें होती हैं, वह सत्कार के योग्य होता है, आतिथ्य के योग्य होता है, दक्षिणा के योग्य होता है, हाथ जोड़कर नमस्कार किये जाने योग्य होता है और लोगों के लिए अनुपम पुन्यक्षेत्र होता है।

🌷कौन सी छ बाते?
जब वह आँख से किसी रूप को देखता है तब न तो वह प्रफुल्लित हो उठता है, न खिन्न; बल्कि वह स्मृतिमान एवम् संप्रज्ञानी (aware and equanimous with the understanding of impermanence)बना रहकर उपेक्शाभाव(समता) से विहार करता है।

💐ऐसे ही जब वह कान से कोई शब्द सुनता है,
नाक से कोई गंध सूंघता है,
जीभ से कोई रस चखता है,
शरीर से किसी का स्पर्श करता है,
अथवा मन से किसी विषय को ग्रहण करता है
तब वह न तो प्रफुल्लित हो उठता है, न खिन्न; बल्कि वह स्मृतिमान एवं संप्रज्ञानी बना रहकर उपेक्षाभाव से विहार करता है।