🌷"विकारो से छुटकारा"🌷
याद करता हूँ की विकारो (defilements) से विकृत होकर मै कितना दुखी रहा करता था और इन विकारो से छुटकारा पाकर कितना दुःख-मुक्त हुआ।
इसलिये जी चाहता है की अधिक से अधिक लोग, जो अपने विकारो से विकृत हैं और इसलिये दुखी हैं, इस कल्याणकारी विधि द्वारा विकारो से छुटकारा पाना सीखें और दुखमुक्त होकर सुखलाभि हों।
🌻याद करता हूँ की जब मै विकारो से विकृत होकर दुखी होता था तो अपना दुःख अपने तक सिमित न रखकर औरों को बांटता था। औरों को भी दुखी बनाता था। उस समय मेरे पास बांटने के लिए दुःख ही था।
🌹अब जी चाहता है की इस कल्याणकारी विधि द्वारा जितना जितना विकारो से मुक्त हुआ और फलतः जो भी सुख- शांति मिली, उसे लोगों में बांटू।
इसे बाँटने पर सुख-संवर्धन होता है।
मन प्रसन्न होता है।
इन दस दिन के शिविरो में लोग अक्सर मुरझाये हुए चेहरे लेकर आतें हैं और शिविर समाप्ति पर खिले हुए चेहरों से घर लौटते हैं तो सचमुच मन सुख-संतोष से भर उठता है।
🍁अधिक से अधिक लोग इस मंगलकारी विधि का लाभ उठाकर सुखलाभि हों, अधिक से अधिक लोगों का भला हो, कल्याण हो, मंगल हो, यही धर्म-कामना है।